देशभर में शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक सशक्त बनाने के लिए सरकार ने शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में व्यापक बदलाव की योजना बनाई है इस दिशा में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा नए नियमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जो जल्द ही लागू किए जाएंगे इन नए नियमों के तहत बीएड (B.Ed) और एमएड (M.Ed) पाठ्यक्रमों के स्वरूप में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे, जिससे शिक्षण प्रशिक्षण को और अधिक प्रभावी और व्यावहारिक बनाया जा सके।
शिक्षक शिक्षा के नए नियमों पर अंतिम निर्णय जल्द
NCTE की गवर्निंग बॉडी आगामी बैठक में नए शिक्षक प्रशिक्षण नियमों को
स्वीकृति देगी इन नियमों का उद्देश्य शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आधुनिक
आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना है NCTE
के चेयरमैन प्रो. पंकज अरोड़ा के अनुसार, प्रस्तावित
बदलावों पर 7000 से अधिक सुझाव प्राप्त हुए थे, जिनकी गहन समीक्षा की गई है अब इन सुझावों
को अंतिम मसौदे में शामिल करने के बाद सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
B.Ed और M.Ed पाठ्यक्रमों में
क्या होंगे बदलाव?
शिक्षा मंत्रालय की पहल के तहत शिक्षक
प्रशिक्षण कार्यक्रमों में निम्नलिखित प्रमुख बदलाव प्रस्तावित हैं:
- एक वर्षीय बीएड
और एमएड कोर्स: अब एक साल के बीएड कोर्स के बाद एक वर्षीय एमएड (M.Ed) कार्यक्रम भी उपलब्ध होगा, जिससे उच्च
शिक्षा के अवसरों का विस्तार होगा।
- पार्ट-टाइम
मास्टर ऑफ एजुकेशन: पहले बंद किए गए अंशकालिक एमएड पाठ्यक्रम को फिर से शुरू
करने की संभावना है, जिससे शिक्षकों को नौकरी के साथ उच्च शिक्षा
प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
- इंटीग्रेटेड
टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP):
नई नीति के तहत शिक्षण प्रशिक्षण को
अधिक संगठित और व्यावहारिक बनाने के लिए इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम
(ITEP) को अनिवार्य किया जा सकता है।
- योग्यता मानदंड
में बदलाव: नए नियमों में शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के लिए पात्रता
मानदंड को और अधिक कठोर और व्यावहारिक बनाने पर विचार किया जा रहा है।
2026 से
लागू होंगे नए शिक्षक प्रशिक्षण मानक
सरकार की योजना के तहत 2026 से
शिक्षक प्रशिक्षण प्रणाली में बदलाव लागू किए जाएंगे इस परिवर्तन का उद्देश्य
प्रशिक्षित शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार करना और शिक्षण प्रक्रिया को अधिक
प्रभावी बनाना है नई प्रणाली के तहत शिक्षकों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान मिलेगा, बल्कि
व्यावहारिक शिक्षण अनुभव भी दिया जाएगा, जिससे वे कक्षा शिक्षण में अधिक दक्ष बन
सकें।
इसके अलावा, NCERT द्वारा नए शिक्षक
शिक्षा मानकों को भी इस प्रणाली में शामिल किया जाएगा इससे शिक्षा प्रणाली को
मजबूती मिलेगी और शिक्षकों को उच्च गुणवत्ता वाली प्रशिक्षण सामग्री प्राप्त होगी।
क्या
1 वर्षीय
बीएड और एमएड पर नई शर्तें लागू होंगी?
NCTE द्वारा प्रस्तावित नियमों के तहत एक वर्षीय बीएड और एमएड पाठ्यक्रमों
पर विशेष शर्तें लगाई जा सकती हैं इन शर्तों में प्रवेश प्रक्रिया, पाठ्यक्रम
संरचना और व्यावहारिक प्रशिक्षण से संबंधित नए दिशानिर्देश शामिल होंगे इसके अलावा, प्राप्त
सुझावों के आधार पर कुछ अतिरिक्त पात्रता मानदंड भी जोड़े जाने की संभावना है।
नए
नियमों का उद्देश्य और प्रभाव
NCTE द्वारा किए गए इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य शिक्षक प्रशिक्षण
कार्यक्रमों को अधिक प्रभावी बनाना और शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार करना है इन
नए नियमों के लागू होने से टीचर ट्रेनिंग अधिक संरचित और व्यावहारिक होगी साथ ही, इन
परिवर्तनों से भारत की शिक्षा प्रणाली को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाया जा
सकेगा।
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